आज माननीय केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा जी और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी जी अपने भाजपा के साथियों के साथ रांची में फिल्म The Kashmir Files देखते। इसे देख कर सभी के रोंगटे खड़े हो गए और फिल्म के खत्म होने के बाद भी हम कई मिनटों तक स्तब्ध थे। इतनी अमानवीय यातना सहने के बावजूद वे लोग अगर आज जीवित हैं, तो यह उनकी जीवटता को दर्शाता है।
नब्बे के दशक की शुरुआत में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ जो अत्याचार हुआ था, यह फिल्म उसका सटीक चित्रण करती है। अपने ही देश में विस्थापित बन चुके इन लोगों की पीड़ा, इनका दर्द, और जो कुछ भी इन्होंने झेला है, वह शायद हमारी कल्पना से भी परे है। अभी भी उनकी चीखें, वह वेदना के स्वर कानों में गूंज रहे हैं।
केंद्र सरकार ने धारा 370 हटाकर उनके घावों पर मरहम लगाने की कोशिश की है, और हमें उम्मीद है कि अगर सब कुछ सही रहा, तो भविष्य में ये कश्मीरी पंडित अपने घर लौट सकेंगे।
आप सभी से अनुरोध है कि अपने नजदीकी सिनेमा घरों में जाकर यह फिल्म जरूर देखें।