एक अधेड़ महिला सड़क किनारे गुजार रही जिंदगी,सड़क किनारे बना रही खाना और सड़क किनारे हो रहा सोना, जाए भी तो कहाँ, कहे भी तो किसे?

Spread the love

राजनगर: प्रखंड के बड़ा सिजुलता पंचायत अंतर्गत हाता- चाईबासा मुख्य मार्ग छोटा सिजुलता के नवोदय चौक पर इन दिनों एक अधेड़ महिला (उम्र लगभग 45 वर्ष)सड़क किनारे गुजार रही है अपनी जिंदगी। कोई नही जानता कि वह कहाँ से आई है।परंतु लगभग 15 दिनों से नवोदय चौक के समीप सड़क किनारे अपनी जिंदगी बीता रही है।उसके पास केवल कुछ कपड़े और बर्तन है।आस पास के दुकानों से चावल और कुछ खाने की सामग्री मिल जाती है,जिससे वह वहीं ईट या पत्थर का चूल्हा बना कर खाना पकाती है।और खाती है,और रात को सड़क किनारे ही सो जाती है।वहीं जब इसके बारे में जानकारी लेने हमारे चमकता भारत के पत्रकार रविकांत गोप पहुँचे तो स्थानीय लोगों से पता चला कि वह अधेड़ महिला लगभग 15 दिनों से इसी जगह पड़ी रहती है।ना किसी से बात करती ना ही वह पागलों की तरह कोई हरकत करती है।बस पड़ी रहती है।वहीं लोगों ने यह भी बताया सड़क किनारे पड़ी रहने के कारण कई बार दुर्घटना होते होते बच गई।इसलिए लोगों ने उसे वहाँ से हट कर दूसरी जगह जाने को कहा परन्तु वह वहीं पड़ी रहती है।वहीं स्थानीय लोग चाहते है कि यदि सरकारी स्तर में इस तरह की अधेड़ महिलाओं के लिए कोई सुरक्षित स्थान है।तो इस अधेड़ महिला को भेज दिया जाय,ताकि ये सुरक्षित रहे,और यदि महिला का अपना कोई स्थानीय पता है,तो प्रशासन की मदद से उसे उनके अपने घर पहुचाने का प्रबंध करें।

*सरायकेला/राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोट*

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *