कर्नाटक में हिजाब पहनने को लेकर होने वाला मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. गुरुवार को मुस्लिम समाज की महिलाओं ने इसके समर्थन में एक रैली निकाली. यह रैली मानगो चेपापुल से होते हुए जाकिरनगर रोड नंबर एक तक गई. इस दौरान महिलाओं ने हिजाब पहनकर इसका समर्थन किया और इसको लेकर नारे भी लगाए. महिलाओं का कहना था कि भारत के संविधान में यह लिखा गया है कि कोई भी समाज या धर्म अपने पहनावे का इस्तेमाल कर सकता है, इसके लिए उसे कोई रोक नहीं सकता. ऐसे में उन्हे हिजाब पहनने से क्यों रोका जा रहा है. उनका कहना था कि हिजाब का विरोध आर्टिकल 14,15 और 21 को तार तार करती है. हिजाब उसकी मजहबी पहचान है. इसलिए वह हिजाब पहनना नहीं रोक सकती और जहां तक शिक्षा की बात है तो वह उनका अधिकार है. मौके पर मौजूद आयशा ने बताया कि कॉलेज में ड्रेस कोड लाजमी नहीं है पर हिजाब उनके समाज के लिए लाजमी है. उन्हे धर्म का अधिकार दिया गया है, अगर कोई कहता है कि महिलाओं को हिजाब जबरदस्ती पहनाया जाता है पर ऐसा नहीं है, महिलाएं अपनी मर्जी से हिजाब पहनती है. जब तक केंद्र सरकार फैसला नहीं ले लेती तब तक विरोध होता रहेगा.