
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एडीसी जवर्धन कुमार मौजूद रहे. उनके साथ अंचल अधिकारी अभय कुमार द्विवेदी, जिला प्रदूषण परिषद के अधिकारी जितेंद्र सिंह, पर्यावरण विज्ञानी प्रियंका कुमारी, कंपनी के पदाधिकारी, जमीनदाता और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. जनसुनवाई के दौरान स्थानीय ग्रामीणों और जमीनदाताओं ने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और पर्यावरण सुरक्षा की गारंटी की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि जब तक इन सभी मुद्दों पर ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक जमीन अधिग्रहण और प्लांट की स्थापना नहीं होने दी जाएगी. उधर, कई ग्रामीणों ने जनसुनवाई का विरोध करते हुए इसे गैरकानूनी करार दिया. विरोध कर रहे ग्रामीण घंटों तक सड़क पर धरने पर बैठे रहे और बाद में जिला प्रशासन को एक स्मार पत्र सौंपा. ग्रामीणों का कहना था कि बिना ग्राम सभा की अनुमति के यह जनसुनवाई की गई है, जो समता जजमेंट के तहत लागू कानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने चेतावनी दी कि इसका विरोध हर स्तर पर जारी रहेगा. कुल मिलाकर विवादों और विरोध के बीच अंततः जनसुनवाई संपन्न हुई. हालांकि पदाधिकारियों ने उनकी मांगों को उचित फोरम पर पहुंचने का आश्वासन दिया. बताया जाता है कि एसएम स्टील कंपनी लगभग 750 एकड़ जमीन पर पावर एंड स्टील उद्योग लगाने की योजना बना रही है. अब देखना होगा कि कंपनी को अनुमति मिलती है या मामला विरोध के कारण ठंडे बस्ते में चला जाता है.
