ग्रामीणो और किसानों के आय में वृद्धि का माध्यम-बीडीओ,खरसावां खरसावां प्रखंड मुख्यालय के सभागार में प्रखंड स्तरीय मनरेगा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ खरसावां प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, खरसावां प्रखंड बिकास पदाधिकारी प्रधान माझी, सहायक अभियता आशुतोष कुमार, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रानो बास्के आदि के द्वारा सामूहिक रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।कार्यक्रम के दौरान प्रखंड के विभिन्न पंचायत में 100 दिन रोजगार पूर्ण करने वाले किसान-मजदूर एवं मनरेगा योजनाओं के विभिन्न क्षेत्र मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मनरेगा कर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। मौके पर श्री माझी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज का सपना देखा था, ताकि गांव के लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सके। जब गांव समृद्ध होगा, तभी देश का विकास संभव है। मनरेगा योजना ग्रामीणो और किसानों के आय में वृद्धि का माध्यम है। मनरेगा सिर्फ किसानों के कार्य उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है बल्कि मनरेगा के तहत किसानों के आय में वृद्धि, पलायन को रोकने तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना (मनरेगा) का मकसद ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को रोज़गार देकर उनकी आजीविका सुरक्षा बढ़ाना है। इस योजना के तहत, ग्रामीण परिवारों के वयस्क सदस्यों को कम से कम 100 दिनों की गारंटी शुदा मज़दूरी दी जाती है। मनरेगा का उदेश्य ग्रामीण क्षेत्रों में टिकाऊ संपत्तियां और बुनियादी ढांचा बनाना, पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ावा देना, ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना, ग्रामीण-शहरी प्रवासन को कम करना, सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देना तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर पैदा करना है। वही श्री जामुदा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की दिशा में कार्य करें। ताकि किसान की आय में वृद्धि से न सिर्फ प्रखंड, जिला व बल्कि राष्ट्र का विकास सम्भव है। इस दौरान मुख्य रूप से प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, बीडीओ प्रधान माझी, सहायक अभियता आशुतोष कुमार, बीपीओ रानो बास्के, लेखापाल बबलु महतो, कनिया अभियता निरज सिन्हा, कनिया अभिंयता देवचरण बानरा, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, मनरेगा मेंट, मनरेगा कर्मी, वार्ड सदस्य, ग्राम प्रधान आदि उपस्थित थे।