ऊपर दिए गए बयान का यूनियन ने खंडन करते हुए कहा की टाटा कंपनी प्रबंधन अभिभावक है और उनका कर्तव्य सभी का ध्यान रखना है, दरअसल विगत दिनों यूनियन रेट मे बढ़ोतरी को लेकर आंदोलनरत थी, जिसके बाद कंपनी द्वारा अधिकृत वेंडर के द्वारा रेट मे बढ़ोतरी की गई और यूनियन ने फिलहाल आंदोलन समाप्त कर दिया, इसके बाद टाटा कंपनी प्रबंधन के ओर से एक बयान जारी किया गया जिसमे कहा गया की रेट मे बढ़ोतरी का मामला वेंडर और यूनियन के बिच का है इसमें कंपनी प्रबंधन कोई हस्तक्षेप नहीं करता है, जिसके बाद यूनियन के अध्यक्ष ने इसका कटाक्ष किया है, यूनियन के अध्यक्ष जय किशोर सिंह ने बताया की टाटा कंपनी प्रबंधन अभिभावक है और अभिभावक की जिम्मेवारी सभी के प्रति होनी चाहिए, उन्होने कहा की केवल रेट मे बढ़ोतरी ही नहीं बल्कि, पार्किंग को दुरुस्त करने, 10 वर्ष से अधिक आयु के वाहनो के कंपनी मे प्रवेश, स्लैग से भरे गाड़ियों को बंकर युक्त वाहनो मे परिचालन करने जैसी मांगे भी शामिल है, जिसका नाता सीधे सीधे टाटा कंपनी प्रबंधन से है, और इस कारण टाटा कंपनी प्रबंधन अपने दायित्व से पीछे नहीं हट सकती, उन्हें अपनी जिम्मेवारी हर हाल मे पूर्ण करनी होगी.