2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा बागबेड़ा बृहद ग्रामीण जिला पूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया, लक्ष्य निर्धारित किया गया की 3 वर्षों में योजना को पूर्ण कर नल के द्वारा लोगों को पीने का पानी घर तक पहुँचाया जाएगा पर 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी यह योजना अधर में लटकी हुई है, बागबेड़ा, कीताडीह,घाघीडीह क्षेत्र का जलस्तर काफी नीचे चला गया है लोगों को कई किलोमीटर सफर तय करने के बाद पीने का पानी नसीब होता है, इस योजना के आधार में लटक जाने से लगभग डेढ़ लाख की आबादी पीने के पानी को तरस रही है ऐसे में जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार आंदोलन का रूप अख्तियार किया गया पर निष्कर्ष शून्य निकला थक हारकर ग्रामीणों ने ग्राम विकास संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्व जिला परिषद किशोर यादव के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन बागबेड़ा दुर्गा पूजा मैदान के समक्ष किया जहां उन्होंने निर्णय लिया कि अगर विधानसभा चुनाव के पूर्व इस योजना को धरातल पर नहीं उतारा गया तो क्षेत्र के लोग वोट का बहिष्कार करेंगे जानकारी देते हुए पूर्व जिला परिषद किशोर यादव ने कहा कि राज्य सरकार, पीएचडी विभाग कार्यपालक एजेंसी इस अधूरे कार्य के लिए सभी दोषी हैं उन्होंने कहा कि लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं और विभाग पूरी तरह से मौन है उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले अगर इस योजना के तहत लोगों के घर तक पानी नहीं पहुंचा तो सभी वोट का बहिष्कार करेंगेबाइट—–किशोर यादव पूर्व जिला परिषद सदस्य