मजदूरों को लेकर हेमंत सरकार है गंभीर: कल्पना सोरेन गिरिडीहसाउथ अफ्रीका के केमरून में फंसे 27 अप्रवासी मजदूरों का सकुशल वापसी बुधवार को गिरिडीह के डुमरी में हुआ। बुधवार की सुबह सारे मजदूर डुमरी के पारसनाथ रेलवे स्टेशन में मुंबई मेल ट्रेन से उतरे। तो उनके स्वागत के खुद राज्य के श्रम नियोजन सचिव मुकेश कुमार और डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के साथ जिले के कई अधिकारी शामिल हुए। सारे अधिकारी अहले सुबह ही रेलवे स्टेशन पहुंच चुके थे। इस दौरान सकुशल वापसी करने वाले मजदूरों को अधिकारियों माला पहनाकर और उन्हें बधाई देकर किया। सोने भव्य स्वागत से इतराए गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग के 27 अप्रवासी मजदूरों ने वापसी के लिए केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार के प्रयास की जमकर सराहना किया। इधर पारसनाथ रेलवे स्टेशन में उतरने के बाद सारे अप्रवासी मजदूरों को डुमरी के नामचीन होटल वेद वाटिका में रखा गया है। इसके बाद डुमरी के ही वेद वाटिका होटल में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान ही राज्य के श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बेबी देवी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन के साथ सदर विधायक सुद्विया कुमार सोनू ने वतन लौटे 27 प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार द्वारा 25 25 हजार का चेक दिया। इस दौरान खुद कल्पना सोरेन ने मजदूरों के बीच चेक का वितरण की। और उन्हें माला पहना कर हौसला अफजाई की। कल्पना सोरेन ने मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री और अपने पति हेमंत सोरेन के तारीफ में जमकर कसीदे पढ़ें। और कहा कि पांच महीने बाद जेल से बाहर निकलते ही हेमंत सोरेन एक्शन मोड में है। और साउथ अफ्रीका से 27 प्रवासी मजदूरों का सकुशल वतन वापसी इसका बड़ा एग्जांपल है। कल्पना सोरेन ने कहा कि राज्य के मजदूरों को लेकर हेमंत सरकार भी चिंतित हैं। जिसे किसी मजदूरों को देश से बाहर जाने की जरूरत ही न पड़े। कल्पना सोरेन ने मौके पर मोबाइल से सारे मजदूरों को सीएम हेमंत सोरेन से वीडीओ कालिंग कर बातचीत भी कराई। वही राज्य के श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि सूबे के युवा सीएम खुद मजदूरों को लेकर हर समय गंभीर रहते हैं। उन्हें भी चिंता है कि मजदूरों के पलायन को कैसे रोका जाए। इधर जिला प्रशासन के कार्यक्रम में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी दीपक कुमार शर्मा, डुमरी एसडीएम के साथ एसडीपीओ सुमित प्रसाद समेत कई मौजूद थे।