साकची गुरुद्वारा साहिब बना पूर्वी भारत का एक ऐसा गुरुद्वारा जहां अब सोलर उपकरण के जरिए बिजली की आपूर्ति की जाएगी कहने का मतलब है बिजली में खर्च होने वाले पैसे को दूसरे कार्य में लगाने का प्रयास गुरुद्वारा प्रबंधन द्वारा किया जाएगा जोकि अपने आप में एक सराहनीय पहल है
-साकची गुरुद्वारा में सालाना 4 से 5 लाख का बिजली का बिल आता था, जिसका भुगतान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को करना पड़ता था अब इस 4 से 5 लाख के आर्थिक बोझ से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को मुक्ति मिल जाएगी क्योंकि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रयास से साकची गुरुद्वारा में सोलर उपकरण को लगाया गया, जिसका विधिवत उद्घाटन आज फीता काटकर किया गया इस दौरान सेंटर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी समेत जमशेदपुर के तमाम गुरुद्वारा साहिब के सेवक शामिल हुए, एक तरफ देश के प्रधानमंत्री ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दे रहे हैं इसी के तर्ज पर साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रयास से यह कार्य किया गया है ताकि बिजली आपूर्ति सौर्य उपकरण के माध्यम से किया जा सके, ऐसे में एक तरफ जहां बिजली की खपत कम होगी दूसरी तरफ संगतो का पैसा जो बिजली के बिल में लगता था अब उस पैसे को दूसरे कार्य में लगाया जाएगा