रिपोर्टर – जितेन सार / खूंटी
खूंटी जिला – महान स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासियों के जननायक भगवान बिरसा मुंडा का आज शहादत दिवस है। जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज अपने संसदीय क्षेत्र खूंटी स्थित डोंबारीबुरू सईल रकब में स्थापित बिरसा मुंडा की प्रतिमा और शहादत स्मारक में श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
भगवान बिरसा मुंडा के शहादत स्थल में बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यर्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित कर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा उनके जन्मस्थली उलिहातू गए। उनके पैतृक गांव उलिहातू में उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। अर्जुन मुंडा उलिहातू मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत किये। उनके साथ एमपी के सांसद गजेंद्र पटेल भी थे।
उलिहातू में आयोजित शहादत कार्यक्रम में विशेष रूप से दस बिरसाइत के प्रतिनिधियों को फूल पौधा और पगड़ी देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम में कोविड के दौरान अपने माता पिता को खो चुके तीन बच्चो को सहायता राशि दी गई। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक और छऊ नृत्य का मंचन किया गया। कार्यक्रम में जिले के उपायुक्त शशि रंजन और उप विकास आयुक्त नीतीश कुमार सिंह ने संबोधित किया। खूंटी में चल रहे कृषि और गैर कृषि संबंधित विकास कार्यों को गिनाया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जनजातीय मामलों में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि शहीदों की गाथा और कहानियों को हम अच्छे से पढ़े समझे और मनाए और इसी कड़ी में हम सब यहां एकत्रित हुए है। आज हम यहां एकत्रित होकर गौरवान्वित महसूस कर रहे है कि हमारे पूर्वजों ने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। बिरसा मुंडा और उनके साथियों ने देश के संघर्ष में अपना पूरा जीवन दिया। अंग्रेजो के अत्याचार और जुल्म के खिलाफ इसलिए आवाज बुलंद की ताकि हमारा भविष्य सुरक्षित रहे। आज हम जिस पीढ़ी में है इस पीढ़ी को बचाने के लिए हमारे पूर्वजों ने जिस तरह बलिदान दिया उस बलिदान को याद रखने की आवश्यकता है। जनजाति समाज को आगे आने की जरूरत है और अपने समाज को विकास से जोड़ते हुए विकास की प्रक्रिया में भागीदार बने।