रांची-जमशेदपुर एनएच-33 किनारे स्थित है दलमा पहाड़। यह पश्चिम बंगाल की सीमा से भी सटा हुआ है। हाथियों के लिए यह पहाड़ संरक्षित है। पर्यटन का बड़ा केंद्र है। इस पहाड़ की चोटी पर भगवान शिव का शानदार मंदिर है। वन विभाग की मानें तो 3000 फुट ऊंचाई पर भगवान शिव का यह प्राचीन मंदिर मौजूद है। करीब 193 वर्ग किलोमीटर में यह दलमा पहाड़ फैला हुआ है। जब आप पहाड़ की चोटी पर पहुंचेंगे तो एक गुफा में भगवान शिव का मंदिर नजर आएगा। लोग इसे प्राकृतिक मंदिर बताते हैं। श्रद्धावश लोग इन्हें दलमा बाबा के नाम से पुकारते हैं। सावन और शिवरात्रि के समय यहां पूरा जमशेदपुर शहर उमड़ आता है। बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण भी यहां पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार से भी लोग पूजा करने आते हैं, लेकिन इनकी संख्या कम होती है। मंदिर के बारे में एक दंतकथा प्रचलित है कि माता मंदिर से शिवलिंग तक गुफा थी। एकबार पूजा के बाद पुजारी गुफा से बाहर निकला, लेकिन अपना हथियार अंदर ही भूल गया। उसने हथियार लाने के लिए बेटी को अंदर भेजा, परंतु बेटी वापस नहीं आई। इसके बाद से माता मंदिर से शिवलिंग तक जाने वाली गुफा बंद हो गई।