सिलिकोसिस एक लाइलाज बीमारी है और लांस को खत्म करने वाली इस बीमारी को लेकर लगातार सामाजिक संस्थाएं और कुछ एनजीओ केंद्र सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक चुकी है। हालांकि आज 25 सिलोकोसिस रोगों से ग्रसित मरीजों को टेस्ट के लिए अस्पताल लाया गया। आपको बता दें कि सिलिकोसिस बीमारी धूल और कन से उत्पन्न होता है। जो मजदूर पोलूशन वाली कंपनी में काम करते हैं वह इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं।एक आंकड़ा के अनुसार आदित्यपुर स्माल इंडस्ट्रीज में 4000 ऐसे मजदूर है जो सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित हालांकि जो एनजीओ लगातार केंद्र सरकार पर दबाव बना रही है। उस एनजीओ का कहना है कि सरकार जीवित मजदूरों को ₹5 लाखों रुपए मृत्यु उपरांत 2 लाख और विधवा को पेंशन और बच्चों के पढ़ाई के खर्च देना होगा। फिलहाल 2 करोड़ रुपए से भी ज्यादा सहायता राशि केंद्र सरकार ने ऐसे बीमारी से मरने वाले मजदूरों को दे चुका है। अब आने वाले दिन में ऐसे बीमारी से ग्रसित मजदूरों को और उसके परिजनों को ज्यादा लाभ मिले इसको लेकर सामाजिक संस्थाएं लगातार प्रयास कर रही।