पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला रोके जाने का गुस्सा शहर के भाजपाइयों के बीच फूटा है. भाजपाईयों की ओर से शहर की सड़कों पर जनाक्रोश रैली निकाली गई है. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी हाय हाय के नारे लगाते नजर आए वहीं सभी के हाथों में मशाल भी मौजूद थे. यह रैली साकची स्थित भाजपा कार्यालय से शुरु हुई और साकची गोलचक्कर से होते हुए वापस कार्यालय पहुंची. इस रैली में महिला मोर्चा भी शामिल हुई. मौके पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पंजाब में देश के प्रधानमंत्री के साथ जो कुछ भी हुआ वह भारत में पहली बार हुआ है. प्रधानमंत्री को सीधे निशाना बनाया गया. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया गया है. पंजाब सरकार यह बताए कि प्रधानमंत्री के रुट की जानकारी प्रदर्शनकारियों तक कैसे पहुंच गई. राष्ट्र की जनता जानना चाहती है कि वहां पहले से कैसे प्रदर्शनकारी मौजूद थे, पंजाब सरकार उन्हे क्यों नहीं हटा पाई. वह कौन व्यक्ति है जो लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को इकट्ठा कर रहा था. पंजाब सरकार साजिश के तहत प्रधानमंत्री की हत्या करवाना चाहती है. कुछ माह पूर्व कांग्रेस नेता इमराम मसूद ने प्रधानमंत्री को काटकर फेंकने की बात कही थी. यह साजिश सिर्फ पंजाब सरकार ही नही बल्की पूरी कांग्रेस पार्टी की साजिश है. भाजपा केंद्र सरकार से मांग करती है कि पंजाब सरकार पर कार्रवाई करे. वहीं मौके पर मौजूद सांसद विद्युत वरण महतो ने बताया कि यह जनाक्रोश रैली पंजाब सरकार के द्वारा किए गए दुर्भग्यपूर्ण कार्य को लेकर निकाला गया है. देश के प्रधानमंत्री को उस क्षेत्र में नई योजनाओं की शुरुआत करने जा रहे थे. जिसे सुनियोजित तरिके से रोक दिया गया. प्रधानमंत्री के साथ देश की जनता का हाथ है जिससे उन्हे कोई आंच नहीं आई.