
यह गिरोह उन्हीं घरों को निशाना बना रहा है, जहां सिलेंडर की आपूर्ति की जानी होती है। गिरोह के सदस्य पहले डिजिटल बुकिंग के जरिए डिलीवरी लोकेशन और उपभोक्ता का मोबाइल नंबर पता करते हैं, फिर मौके की तफ्तीश कर महिलाओं वाले घरों को निशाना बनाते हैं।
सोमवार दोपहर उलीडीह थाना क्षेत्र में इस गिरोह की एक साजिश नाकाम रही। जानकारी के अनुसार, एक युवक मास्क लगाकर एक महिला के घर पहुंचा और खुद को गैस सप्लाई कर्मी बताने लगा। उसने सिलेंडर और पैसे की मांग की। लेकिन महिला को उसकी गतिविधि पर शक हुआ और उसने सिलेंडर व पैसे देने से मना कर दिया।
महिला ने तत्काल कंचनदीप गैस आपूर्ति केंद्र में फोन कर पूछताछ की, जहां से बताया गया कि उनकी डिलीवरी प्रक्रिया ऐसी नहीं होती और गैस की आपूर्ति के लिए कंपनी की गाड़ी सीधे घर जाती है। यह सुनते ही महिला ने सतर्कता दिखाई, तब तक युवक मौके से फरार हो गया।
महिला ने इस संबंध में उलीडीह थाना में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दो संदिग्ध युवकों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह पिछले कुछ दिनों से जमशेदपुर के मानगो, उलीडीह और आजादनगर क्षेत्रों में सक्रिय है। गिरोह का तरीका बेहद सुनियोजित है—वे डिजिटल बुकिंग के जरिए ग्राहक की जानकारी हासिल कर नकली सप्लायर बनकर घरों में पहुंचते हैं।
थाना प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि वे गैस सिलेंडर लेने से पहले हमेशा कंपनी की गाड़ी और सप्लायर की पहचान की पुष्टि करें। पुलिस ने गिरोह को पकड़ने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।