
जमशेदपुर, 19 सितम्बर 2025:
सिदगोड़ा टाउन हॉल में शुक्रवार को एक दिवसीय बहुदेशीय सहकारी समिति (लेम्प्स) सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जिले के किसानों को खेती-किसानी की आधुनिक तकनीक, कम लागत में उत्पादन और अधिक लाभ अर्जित करने के उपायों की जानकारी देना था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला के एडीसी (अपर उपायुक्त) भगीरथ प्रसाद उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को संगठित किया जा सकता है, जिससे न केवल उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी बल्कि उन्हें बाजार में उचित मूल्य भी प्राप्त होगा।
कार्यशाला में सहकारिता विभाग की पदाधिकारी आशा टोप्पो ने बताया कि लेम्प्स की भूमिका गांव-गांव तक पहुंचकर किसानों को सशक्त बनाने की है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर वैज्ञानिक तकनीक और योजनाओं से जुड़ना होगा।
इस अवसर पर रांची से पहुंचे कृषि विशेषज्ञ अधिकारियों ने किसानों को उन्नत बीज, मृदा परीक्षण, सिंचाई के बेहतर विकल्प, जैविक खाद और कीट प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह कम लागत में उच्च उत्पादन किया जा सकता है और बाजार तक सीधी पहुंच बनाकर किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाई जा सकती है।
कार्यशाला में लेम्प्स (Large Sized Adivasi Multipurpose Cooperative Societies) के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें बताया गया कि वे अपने-अपने गांवों में किसानों तक सही जानकारी पहुंचाएं और खेती की नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करें।
एडीसी भगीरथ प्रसाद ने कहा –
“आज किसानों को केवल खाद्यान्न उत्पादन तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि नकदी फसलों, बागवानी, औषधीय पौधों और डेयरी जैसे अन्य क्षेत्रों की ओर भी कदम बढ़ाना चाहिए। सहकारिता विभाग और लेम्प्स इस दिशा में किसानों के सहयोगी बनेंगे।”
इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न प्रखंडों से किसान शामिल हुए। किसानों ने बताया कि उन्हें इस कार्यशाला से खेती को लेकर नई जानकारी मिली, विशेषकर कम लागत में आधुनिक खेती करने और अधिक मुनाफा कमाने के तरीकों के बारे में।