जमशेदपुर: जुबिली पार्क परिसर स्थित सेंटर फॉर एक्सलेंस सभागार में आज सीआईआई यंग इंडियंस द्वारा बाल यौन शोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम रणनीतियों को बढ़ावा देने के लिए एम्बैसडर्स फॉर चेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य प्रशिक्षकों को सशक्त बनाना था, ताकि वे अपनी भूमिका का बेहतर तरीके से निर्वहन कर सकें। इस प्रशिक्षण सत्र के लिए विभिन्न स्कूल के 80 शिक्षकों सहित अन्य ने रजिस्ट्रेशन कराया था।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने किया। उन्होंने बाल यौन शोषण की रोकथाम की दिशा में किए जा रहे यंग इंडियंस के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्कूल के शिक्षकों को जोड़ने से इस अभियान को और मजबूती मिलेगी और इस दिशा में यंग इंडियंस बेहतर प्रयास कर रहा है। इस दौरान डीडीसी ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए साथ ही अपने अनुभवों को भी साझा किया।प्रशिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित इस अभूतपूर्व कार्यक्रम “एम्बैसडर्स फॉर चेंज” में सोसाइटी के प्रबुद्ध लोग भी एक मंच पर आए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुंबई से आईं “अर्पण” संस्था की शुभांगी शिंदे ने बाल यौन शोषण की व्यापकता और बच्चों की सुरक्षा के लिए सक्रिय उपायों की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। आकर्षक प्रस्तुतियों और व्यावहारिक चर्चाओं के माध्यम से उपस्थित लोगों को, बाल दुर्व्यवहार के संकेतों, बच्चों पर प्रभाव और बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए व्यावहारिक कदमों की गहरी समझ प्राप्त हुई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण यंग इंडियस प्रोजेक्ट “मासूम” द्वारा विभिन्न हितधारकों के लिए किए जाने वाले कई दूसरे कार्यक्रम थे।
बाल यौन शोषण जैसे महत्वपूर्ण विषय पर यंग इंडियंस द्वारा पिछले एक वर्ष में 15000 से अधिक बच्चों और उनके माता-पिता के साथ ही उनकी देखभाल करने वालों को संवेदनशील बनाया गया है। इस कार्यक्रम में “मासूम” द्वारा सदस्यता, युवा, ग्रामीण पहल, थालिर, एक्सेसिबिलिटी और वाईआई किड्स नामक कई हितधारकों और पहलों को भी शामिल किया गया। इस मौके पर कई बच्चों ने मासूम कविता का संगीतमय मंचन किया।
इस कार्यक्रम के आयोजन में यंग इंडियंस की “मासूम” चेयर रश्मि काउंटिया, को चेयर देबस्मिता (मेघा) भालोटिया और प्रीति झुनझुनवाला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को डीडीसी मनीष कुमार एवं जिला प्रशासन की “स्वीप” टीम द्वारा मतदान की शपथ भी दिलाई गई।