
अपनी शिकायत इससे पूर्व राज्य के राज्यपाल से की थी , लेकिन जब कोई सुनवाई नही होने पर उन्होंने कल दोपहर 12 बजे उपायुक्त कार्यालय के समक्ष आत्मदाह करने की बात कही है । उन्होंने अपनी समस्या को बताते हुए कहा कि उन्होंने
एक फ्लैट लिया है। फ्लैट की पार्किंग के लिए उन्होंने लैंडलॉर्ड भोलाराम और उनके बेटों को पैसा भी दिया। इसके बावजूद, उन्हें पार्किंग नहीं दी जा रही है। भोलाराम और उनके बेटे उमाकांत जायसवाल और हुकुमचंद जायसवाल उनसे मारपीट करते हैं। राज्यपाल से शिकायत करने के बाद जांच के लिये पूर्व एसडीओ गये थे , लेकिन उन्हें ही समझौता के लिए कहा जा रहा है । अब परेशान होकर इस तरह की कदम उठा रहे है , रोज रोज तिल तिल कर मरने से अच्छा है एक बार मौत आ जाये ।