ये घटना रात को बाजार बंद हो जाने बाद हुई अगर ये घटना दिन में हुई होती तो एक बड़ा हो जाता,आपको बताते चले कि पूरे परसुडीह बाजार का दुतल्ला भवन पूरा जर्जर हो गया है इसे भवन विभाग ने कंडम घोसित कर दिया गया इसके बाबजूद भी लोग जान जोखिम में रख कर दुकान चलाते हैं वही इस बाजार को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टी के द्वारा सिर्फ सिर्फ राजनीति ही हुई है लेकिन बाजार अध्यक्ष के 10 वह सही पड़ी हुई है विधायक मंगल कालिंदी के द्वारा भी यहां के दुकानदारों को कई बार आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द बना दिया जाएगा लेकिन उसके बावजूद भी अब तक नहीं बनाया गया और विधायक का शोषण ही रह गया वहीं दुकानदारों और बाजार में आने वाले लोग अपने जान में जोखिम रखकर बाजार खोलते हैं और बाजार लोक करने आते हैं अब देखना है कि कब तक जिला प्रशासन इस परसौती बाजार को डाले भवन को तोड़ के मारमति करती है