
चांडिल।(जगन्नाथ चटर्जी) झारखंड आंदोलनकारी अधिकार समिति के बैनर तले रघुनाथपुर फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में झारखंड आंदोलनकारीयों का महाजुटान हुआ। झारखंड के शहीदों एवं आंदोलनकारीयों के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया। इस दौरान समाजसेवी सह झारखंड आंदोलनकारी सुखराम हेंम्ब्रम ने कहा जिन्होंने झारखंड आंदोलन में भाग नहीं लिया तथा आंदोलनकारी नहीं रहे वैसे लोग मंत्रीमंडल में बैठे हुए है। इतिहास गवाह है कि आंदोलकारियों ने लड़कर झारखंड लिया है, जरूरत पड़ी तो अपनी पहचान के लिए एक बार फिर से लड़ाई लड़ेंगे। लड़कर झारखंड लिए हैं लड़कर अधिकार लेंगे। सुखराम ने कहा कि झारखंड निर्माण के 24 वर्ष बाद भी झारखंड आंदोलनकारियों को अपना पहचान नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तीर-धनुष एवं फरसा के बल पर झारखंड का निर्माण हुआ,अपनी पहचान के लिए जरूरत पड़ी तो आंदोलनकारी फिर से तीर-कमान एवं फरसा उठाने को बाध्य होंगे। इस मौके पर विश्वनाथ मंडल, पूर्व मुखिया मंदाकिनी देवी, हरि सिंह सरदार, कृष्ण दास महतो, लाल मोहन गोराई, शशिकांत, महेन्द्र माहतो सहित कई लोग उपस्थित थे।