सरायकेला
इन्हें रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों एवं दर्जनों अधिकारियों की तैनाती की गई थी, मगर ग्रामीणों के जोश के आगे वे नतमस्तक नजर आए. सभी अपनी गिरफ्तारी देने जा रहे हैं. विदित हो कि हाल के दिनों में हथियाडीह में जियाडा द्वारा अधिग्रहित जमीन पर कई कंपनियां निर्माधीन हैं. इनमें से जमना ऑटो और नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण कार्य भी हो रहा है. जिसको लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. कई दौर के वार्ता के बाद भी ग्रामीणों का विरोध जारी है. इधर तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया था. दो दिन पूर्व महिला के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने निर्माणाधीन नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में घुसकर गार्ड की बेरहमी से पिटाई कर डाली थी. यहां झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी और तरुण महतो ने लीड किया था. इससे पूर्व जमना ऑटो के विरोध में भी उक्त नेताओं ने ग्रामीणों को भड़काया और कंपनी का विरोध किया था. हालांकि प्रशासन ने इस दौरान काफी संयम बरता और ग्रामीणों की सभी मांगो को पूरा कराया, मगर पिछले तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसात्मक रुख अपना लिया. इस वजह से प्रशासन ने सख्त रूप अपनाया और बुधवार को 10 महिला एवं 11 पुरुष ग्रामीणों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी को नाटकीय ढंग से देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि तरुण महतो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. उधर प्रेम मार्डी की गिरफ्तारी के बाद से ही जेबीकेएसएस के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं और बुधवार देर रात जहां सरायकेला की सड़कों पर मंत्री चंपाई सोरेन और जिला प्रशासन का पुतला दहन कर सरकार और मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं गुरुवार को ग्रामीणों और जेबीकेएसएस नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर गए हैं.