सरायकेला
मामला इतना बिगड़ा कि सैकड़ों की संख्या में ग्रमीण हरवे- हथियार के साथ कैंपस में दाखिल हो गए और छेड़खानी के आरोपियों को ढूंढने लगे. उधर मामले की जानकारी मिलते ही आदित्यपुर थाना पुलिस दल- बल के साथ मौके पर पहुंची और मामले को सुलझाने में जुट गई, मगर तबतक हालात बेकाबू हो चुके थे. उसके बाद डीएसपी हेडक्वार्टर, चांडिल एसडीपीओ, गम्हरिया बीडीओ सहित आधा दर्जन थानेदार लाव- लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह ग्रामीणों के आक्रोश को शांत कराने में जुट गए. हालांकि उग्र ग्रामीणों ने पुलिस की मौजूदगी में गार्ड की बेरहमी से पिटाई कर दी. वैसे गनीमत रही कि किसी तरह से गार्ड को बचाया जा सका. बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम हथियाडीह की पांच- छः महिलाएं काम से लौट रही थी. इस दौरान निर्माणाधीन अस्पताल के कुछ मजदूरों ने महिलाओं के साथ छेड़खानी कर दी. नाराज महिलाएं जब अस्पताल के गेट पर पहुंची तो गार्ड ने अंदर प्रवेश करने से मना कर दिया. उसके बाद महिलाएं उग्र हो गयी और गांव में जाकर इसकी जानकारी दी. उसके बाद सैकड़ों की संख्या में उग्र ग्रामीणों ने हरवे- हथियार के साथ परिसर को घेर लिया और देखते ही देखते उग्र हो गए. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उक्त अस्पताल के निर्माण में मुर्शिदाबाद के मजदूरों से काम लिया जा रहा है, जो आए दिन सड़क पर आती- जाती महिलाओं एवं छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हैं. इनमें से ज्यादातर मजदूर नाबालिग हैं. इस दौरान जेबीकेएसएस के कार्यकर्ता सक्रिय नजर आए. घंटों चले मशक्कत के बाद देर रात पीड़ित महिला के आवेदन के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. उधर सभी घायलों को ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. विदित हो कि हाल के दिनों में हथियाडीह के इंडस्ट्रियल पार्क में बन रहे कंपनियों और कंस्ट्रक्शन में जेबीकेएसएस लगातार दखलंदाजी करते देखे जा रहे हैं. जमना ऑटो का विवाद अभी थमा नहीं है कि एकबार फिर से नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. हंगामा की सूचना पर पहुंचे डीएसपी हेड क्वार्टर चंदन कुमार वत्स ने👍 बताया कि महिला के आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं देर रात नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन की ओर से भी एफआईआर दर्ज कराया गया है. वहीं ग्रामीण आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर परिसर के बाहर डटे हुए हैं और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ