
30 दिसंबर सुबह 9:30 बजे गुरुद्वारा साहिब से शोभा यात्रा निकालकर सजे पंडाल तक पहुंचेगी उसके उपरांत कीर्तन दरबार की आरंभ की जाएगी जिसमें अमृतसर से भाई मानसिंह की ग्रंथि दरबार साहिब रागी भाई जगतार सिंह भाई प्रिंसिपल सिंह पटियाला वाले संगत को कथा कीर्तन से निहाल करेंगे साकची गुरुद्वारा के हजूरी रागी भाई संदीप सिंह जी ग्रंथि अमृतपाल सिंह जी भी अपना सहयोग देंगे रविवार दोपहर को गुरु का अटूट लंगर बटेगा दोनों दिन शाम को संगत के लिए चाय नाश्ते का भी व्यवस्था की जाएगी 31 दिसंबर रात में नया साल को फूलों की बरसात करते हुए गुरु ग्रंथ साहिब की गोद में मनाया जाएगा।