जमशेदपुर ,7 दिसंबर।
इस अवसर पर संजीव सरदार, चंपई सोरेन, रामदास सोरेन, सत्यानंद भोक्ता आदि मंत्री एवं विधायक उपस्थित थे और अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 27 मिनट के भाषण में समान रूप से हिंदी और संथाली में अपना भाषण दिया और करोड़ों रूपयों की परिसंपत्ति का वितरण किया।
उन्होंने कहा कि यह शिविर का तीसरा चरण है। पहले चरण में 35 लाख आवेदन आए थे। दूसरे चरण में 55 लाख आवेदन शिविर में जमा किए गए थे।
उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक झारखंड में जितने बुजुर्ग हैं, सबको पेंशन अब मिलता है। 18 साल से लेकर 80 साल तक के हो,जितने भी विधवा हैं, सभी को पेंशन मिलता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग हो ,विधवा हो या सीनियर सिटीजन हो, सभी को जो हम पेंशन देते हैं, वह छत्तीसगढ़ ,बिहार, उड़ीसा राज्यों से ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के 20 साल तक कोई भी विभाग के कर्मचारी गांव में पैर नहीं रखते थे, जबकि हजारों हमारे सरकारी कर्मचारी है। आज हर गांव में जाते हैं, वहां शिविर लगाते हैं।
उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने सात समुंदर पार फंसे हुए लोगों को हवाई जहाज से वापस झारखंड लाया और उनके घर तक पहुंचाया। किसी को भूखे मरने नहीं दिया। इस कोरोना कल में दो मंत्रियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर काम किया। यह सरकार मूलवासी ,आदिवासी की सरकार है। हमने कर्मचारियों का पेंशन भी लागू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि स्वरोजगार करने के लिए और किसी भी तरह के कार्य करने के लिए सरकार की ओर से ऋण दिलाने की बात कही और कहा कि लड़कियां अपनी पढ़ाई ना छोड़े। उनको पढ़ने के लिए सरकार मदद करेगी।
श्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम गुरु जी क्रेडिट कार्ड देंगे। इसमें 12वीं पास के बाद जो भी आप आगे की पढ़ाई करेंगे, सरकार उसका ऋण दिलाएगी। आपको इसके लिए कुछ बंधक नहीं रखना पड़ेगा, इसका गारंटर सरकार बनेगी और नौकरी मिलने के बाद थोड़े-थोड़े पैसा आप वापस कीजिएगा।
उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाया कि 11 लाख राशन कार्ड को पूर्ववर्ती सरकार ने डिलीट कर दिया, जबकि हमने हरा राशन कार्ड 20 लाख लोगों का बनवाया है। अब 1 किलो दाल भी नि:शुल्क उपलब्ध कराएंगे। अबुआ आवास अब हर गरीब को देंगे, जो तीन कमरे का होगा। 8 लाख लोगों को हम अब वह आवास देंगे।
उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध कराना हमारी सरकार की जिम्मेवारी है।