इस शिविर की खास बात यह रही कि इसमें सिर्फ वाहन चालकों के आंखों की जांच की गई. शिविर सुबह 10 बजे शुरू हुआ जो दोपहर 02 बजे तक चला. इसमें ऑटो चालक, कार चालक के साथ साथ अन्य भारी वाहनों के चालकों ने पहुंचकर अपनी आंखों की जांच करवाई. त्रिनेत्रम आई हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने शिविर में आए लोगों के आंखों की जांच की. आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि चालकों के आंखों की जांच के बाद जिम मोतियाबिंद पाए जाएंगे उनका ऑपरेशन कराया जाएगा वही जिन्हें चश्मे की जरूरत होगी उन्हें कम मूल्य पर चश्मा उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वाहन चलाने के दौरान उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी ना हो.