उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल से सुरक्षित निकलने के बाद खूंटी के मजदूरों के घर उत्साह व जश्न का माहौल बन गया है। कर्रा प्रखण्ड के लरता और लिमड़ा पंचायत क्षेत्र के तीन मजदूर डुमारी का चमरा उरांव, सोटेया का विजय होरो और मधुगामा का गणपइत होरो शामिल हैं। 17 दिन बाद सिलक्यारा टनल से सुरक्षित निकालने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। दीपावली के दिन से ही टनल में फंसे सभी मजदूरों के घर में एक तरह का अंधेरा छाया था। दीपावली में दीये भी नहीं जले थे लेकिन कल शाम जैसे ही मीडिया में यह खबर फैली। मजदूरों के घर में उत्साह और त्योहार जैसा माहौल बन गया। सबके चेहरे में खुशी साफ झलक रही है। आज सुबह सुबह मजदूर के परिजनों ने मजदूरों के बाहर आने की खुशी में एक दूसरे को मिठाईयां खिलायी। कर्रा के मधुगामा में मजदूर गणपइत होरो की भाभी, मां, भतीजी, दोस्त और गांव के पड़ोसी भी मजदूरों के सकुशल टनल से बाहर आने पर बेहद खुश हैं और गणपति के घर गांव वालों ने एक साथ मदर मेरी के सामने मोमबत्ती जलाकर ईश्वर को विशेष धन्यवाद दिया और धन्यवाद के गीत भी गाए। गणपइत के दोस्त ने बताया कि पूर्व में वह भी बाहर कमाने गया था लेकिन वापस आ गया। खूंटी से वर्त्तमान में तीन मजदूर टनल में काम कर रहे थे और ऐसी घटना घटी, घर वालों के साथ साथ हम सभी गांव वाले भी चिन्तित थे। मोदी सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से सभी मजदूर सुरक्षित निकाला लिए गए। इसके लिए सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद।