उज्जैना वाली नव विवाहित युवतियों के सर और हाथ पर भोजली लिए टोकरिया शोभायात्रा की मुख्य आकर्षण थी।
प्रथम पंक्ति में उज्जैना वाली नव विवाहित नेहा वर्मा, सीमा जंघेल ,आरती देवी, भारती देवी थी। शोभायात्रा का नेतृत्व महासभा के सभी पदाधिकारी गण और सभी सदस्य कर रहे थे।
इस अवसर पर शोभायात्रा में शामिल महिला पदाधिकारी ने बताया कि यह भाई-बहनों का प्रेम को दर्शाने वाला पर्व है। इसमें हम लोग भोजली को ले जाकर नदी में विसर्जित करते हैं और विसर्जित भोजली को एक दूसरे के कानों में खोस कर भोजली त्यौहार की बधाइयां देते हैं। उज्जैना वाली नव विवाहितों को महासभा की ओर से उपहार भेंट की जाती है।
इसमें बड़े ही सुंदर ढंग से अपनी परंपरा और संस्कृति का निर्वहन किया जाता है। नदी विसर्जन के बाद सभी महिलाओं ने क्लब में आकर अपना लोक नृत्य और गीत प्रस्तुत किया।