खैर बनी गांव में धूमधाम के साथ ग्रामीणों ने हेरो पर्व का आयोजन किया हेरो पर्व के बाद ग्रामीण महिला पुरुषों ने बैठक में भाग लिया, जहां बैठक में सर्वसम्मति से जिला प्रशासन द्वारा बनाए जाने वाले कचरा प्लांट को नही बनने देने का निर्णय लिया, गांव के ग्रामीणों ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि 2010 से जिला प्रशासन द्वारा खैर बनी गांव में कचरा प्लांट बनाए जाने का निर्णय लिया गया था और 2010 से ही ग्रामीणों द्वारा कचरा प्लांट नहीं बनाए देने के लिए आवाज बुलंद की जा रही है ग्रामीणों के अनुसार 2013 में तत्कालीन बीडीओ पारुल सिंह की उपस्थिति में ग्राम सभा आयोजित की गई थी और उस ग्राम सभा में साफ तौर पर ग्रामीणों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए किसी भी सूरत में कचरा प्लांट नहीं बनने देने का निर्णय लिया था पुनः जिला प्रशासन द्वारा ग्राम सभा किए जाने का दबाव ग्रामीणों पर बनाया गया जहां ग्रामीणों ने बैठक में साफ तौर पर किसी भी सूरत में कचरा प्लांट नहीं बनने देने का निर्णय लिया है ग्रामीणों ने कहा कि इस प्लांट के चलते पूरे गांव में स्थिति भयावह हो जाएगी जिसे किसी भी सूरत में ग्रामीण बर्दाश्त नहीं कर सकते