
इस दौरान उन्होंने तीनों योजनाओं को लेकर सरकार की उदासीनता पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने सरकार से अविलंब तीनों योजनाओं में तेजी लाने की मांग की, ताकि क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल हो चुके हैं, मगर महिला विश्वविद्यालय के 11 हॉस्टलों का निर्माण अभी तक अधर में लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल कॉलेज का भी बुरा हाल है. उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा है कि ऐसे संस्थानों को विकसित करने की आवश्यकता है, जहां शिक्षा के साथ तकनीकी हुनर की भी जानकारी छात्र- छात्राओं को मिल सके, ताकि राज्य में बढ़ती बेरोजगारी दर में कमी लाई जा सके.