
इस बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में संताली भाषा की पुस्तकों को ओलचिकी लिपि में छपाया जाने, संताली भाषा को प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जाने जैसे आदि प्रस्तावों को सर्वसम्मति पारित किया गया। इस बैठक में ओलचिकी हूल बैसी का जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया। अध्यक्ष डाॅ अर्जुन टुडू उपाध्यक्ष सामू किस्कु, गोपाल मार्डी सचिव नवीन मुर्मू सह सचिव रतन मार्डी, किसून मुर्मू कोषाध्यक्ष भुजाय मुर्मू, सह कोषाध्यक्ष अक्षय हेमब्रम, नरेन्द्र मांझी को बनाया गया।