जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी के साकची स्थित दफ्तर में जाकर छात्रों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा और 60 -40 की नियोजन नीति वापस लेने की मांग की मांग की गई है। कहा गया कि क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा से सुसज्जित खतियान आधारित संवैधानिक नियोजन नीति लागू की जाए और सरकारी विभागों में झारखंडी छात्रों को नियुक्त कर प्राचीन पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था लागू की जाए। ज्ञापन में कहा गया है सरकार ने रामदयाल मुंडा की 1980 की रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए 60-40 की नियोजन नीति लागू कर दी है। वर्तमान नियुक्ति विज्ञापन में झारखंड शब्द का जिक्र भी नहीं है। छात्र पिछले 4 महीने से 60- 40 की नियोजन नीति का विरोध कर रहे हैं। झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के विश्वनाथ महतो ने कहा कि सरकार इस नियोजन नीति को वापस ले।