पहली बार नवनियुक्त राज्यपाल सीपी कृष्णन उलिहातू पहुँच कर बिरसा ओड़ा परिसर में वंशजों से मिले। उलिहातू में स्थानीय लोगों के स्वागत से प्रसन्नचित नजर आए।
राज्यपाल सीपी कृष्णन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली आकर एन्जॉय कर रहा हूं। 123 वर्ष पूर्व भगवान बिरसा की क्रांतिकारी आंदोलन को आज भी लोग स्मरण करते हैं। मात्र 25 वर्ष की उम्र में लोगों को संगठित कर आंदोलन की अगुवाई करना ऐतिहासिक दृष्टि से यादगार बन गया है। 1875 में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा कम उम्र में ही जंगल जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध बिगुल फूंका और एकजुटता के साथ अपने लोगों के अधिकारों के लिए अगुवाई की। विश्व में 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत ने अपनी जगह बनाई यह सब हमारे वीर सपूतों के बलिदान की बदौलत संभव हो सका है। ऐसे वीरों का स्मरण कर हम अपने देश और राज्य को विकास की ओर आगे ले चलेंगे। पहली बार मुझे यहां आने का मौका मिला लोग बहुत सरल और सीधे हैं। यहां आकर एन्जॉय कर रहा हूं और भगवान बिरसा मुंडा से प्रार्थना करता हूँ कि राज्य का भविष्य बेहतर हो।
उलिहातू में नवनियुक्त राज्यपाल सीपी कृष्णन के आने की सूचना को लेकर स्थानीय ग्रामीण उत्साहित नजर आये और उलिहातू का नजारा पर्व त्योहार की तरह बन गया था।