हेमंत सरकार एवं विधायक सविता महतो का पोल खोलेगी आजसू
चांडिल। आगामी तीन दिसंबर से आजसू पार्टी ईचागढ़ बचाओ – ईचागढ़ सजाओ संकल्प यात्रा निकालेगी। बुधवार को चिलगु प्रधान कार्यालय में इस संबंध में प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी शहीद खुदीराम बोस के जयंती अवसर पर इस यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। नीमडीह प्रखंड के बामनी गांव से ईचागढ़ बचाओ – ईचागढ़ सजाओ संकल्प यात्रा की शुरुआत होगी। यह यात्रा चार चरणों में चलेगी। प्रथम चरण में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कुल 55 गांव को चयनित किया गया है। इन 55 गांव में आजसू पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे और ग्रामीणों के बैठक करेंगे। हरेलाल महतो ने बताया कि ग्रामीणों के साथ बैठक में वर्तमान हेमंत सरकार और ईचागढ़ विधायक सविता के क्रियाकलापों को लेकर चर्चा की जाएगी। सरकार और विधायक ने चुनाव में जो वादे किए हैं, उन्हें कितना पूरा किया है, इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि ईचागढ़ बचाओ – ईचागढ़ सजाओ संकल्प यात्रा के दौरान ग्रामीणों के साथ सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पेयजल, सिंचाई, रोजगार इत्यादि मुद्दे पर चर्चा होगी और समस्याओं के समाधान के लिए रोड मैप तैयार किया जाएगा। इसके लिए ग्रामीणों से ही सुझाव लिया जाएगा।
हैंसालौंग को बनाएंगे कृषि मॉडल गांव : हरेलाल महतो
प्रेस वार्ता में आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने जानकारी देते हुए कहा कि ईचागढ़ विधानसभा में सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां 90 प्रतिशत किसान हैं लेकिन सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से किसान खेती बाड़ी नहीं कर पाते हैं। इसलिए निर्णय लिया गया है कि कुकडू प्रखंड के हैंसालौंग गांव को कृषि मॉडल गांव के रूप में विकसित करेंगे। हरेलाल महतो ने बताया कि वह निजी खर्च पर हैंसालौंग गांव में किसानों के लिए सिंचाई की व्यवस्था करेंगे, यह एक मॉडल के रूप में पूरे विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तुत किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में नीमडीह जिला परिषद सदस्य असित सिंह पात्र, चांडिल प्रमुख अमला मुर्मु, वरिष्ठ नेता बैद्यनाथ महतो, योगेंद्र नाथ महतो, आरती सिंह सरदार, पार्वती महतो, भगीरथ दास, गुरुपद महतो, गुरुपद सोरेन, नंदन कुंज पात्र, दिगम्बर सिंह सरदार, पवित्र महतो, दुर्योधन गोप, जीतराम महतो, अरुण महतो, बासुदेव प्रमाणिक, अजय महतो, कालू अंसारी, रेणुका पुराण, रेखा प्रमाणिक आदि मौजूद थे।