वैसे यह बुक फेयर 20 नवंबर तक चलेगा। इस बुक फेयर में हिंदी बंगाली उर्दू संथाली कुरमाली सहित सभी भाषाओं की पुस्तक इस मेला में उपस्थित होगा। वैसे 36 वा बुक फेयर का आयोजन 2 वर्ष बाद किया जा रहा है। कोरोना के कारण 2 वर्षों तक बुक फेयर का आयोजन नहीं हुआ ।वही आयोजक करना है अब युवाओं में पढ़ने की लालसा कम हो गई है कंप्यूटर की दुनिया में बच्चे किताब से दूर होते जा रहे हैं ऐसे में जरूरत है इस बुक फेयर में विद्यार्थियों को पहुंचने की। साथ ही सभी स्कूल से बुक फेयर के आयोजकों ने आग्रह की है। की विद्यार्थी को इस बुक फेयर में लाये और एंट्री फ्री रहेगा हालांकि आम लोगों को एंट्री करने के लिए कुछ पैसा देना होगा,