जमशेदपुर
मानगो डिमना रोड निरंजन सिंह कंपलेक्स की रहने वाली शिखा मिश्रा मंगलवार को संध्या 5:00 बजे गणेश जी की मूर्ति और प्रसाद लेने मानगो चौक गई हुई थी. मानगो चौक के समीप स्थित शालीग्राम मिष्ठान भंडार के पास दो अपराधियों ने महिला को दोनों तरफ से आड़ करते हुए उसके पेट में पिस्तौल सटा दी और महिला से कहा कि आपने हाथ में जो सोने की चूड़ी, अंगूठी पहनी है साथ ही जो मोबाइल और पैसा है मुझे दे दीजिए नहीं तो मैं गोली मार दूंगा. पिस्तौल के डर से महिला कुछ समझ नहीं पाई और भय से उसने आनन-फानन में सारे जेवर खोल कर अपराधियों के हवाले कर दिए. घटना के बाद महज 100 मीटर दूर स्थित अपने फ्लैट पर महिला पहुंची और अपने परिजनों को पूरे मामले की जानकारी देने के बाद मानगो थाना में जाकर मामले की जानकारी दी. संध्या 6:00 बजे से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक थाना में उसे खड़ा कर रखा गया उसकी बात को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया. जैसे तैसे भुक्तभोगी शिखा मिश्रा लिखित शिकायत थाना में कर अपने घर वापस लौट आई. आज सुबह थाना से उसे फिर फोन आया और फिर से लिखित शिकायत करने की बात कही गई. महिला ने थाना में आज दोबारा जाकर लिखित शिकायत की. किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने पर महिला ने भाजपा नेता विकास सिंह से संपर्क किया और जिस स्थान में घटना घटी उसी स्थान में विकास सिंह को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी दी. मौके में पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन अपराधी के सामने बौना हो गया है. अपराधियों का जादू सर चढ़कर बोल रहा है. दिनदहाड़े बैंक की डकैती होने के साथ-साथ मानगो चौक जैसे भीड़-भाड़ इलाके में पिस्तौल सटाकर जेवर छीन लेना इस बात को साबित करता है. विकास सिंह ने कहा कि जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक को मामले की जानकारी दी जाएगी. अपराध के खिलाफ अब जोरदार आंदोलन करने की जरूरत है. शिखा मिश्रा ने बताया कि लगभग डेढ़ लाख रुपए के जेवर देने के साथ-साथ नया मोबाइल और पांच हजार रुपए अपराधी लेकर चले गए. शिखा मिश्रा बता रही थी पिस्तौल के डर से व रात भर सो नहीं पाई. विकास सिंह ने उन्हें हिम्मत देते हुए कहा कि आपको हर हाल में न्याय मिलेगा