सावन का महीना शुरू होते ही कावड़ियों की भीड़ बाबा नगरी की ओर कूच करने लगी है, लेकिन जमशेदपुर शहर मे अब कावड़ की बिक्री काफ़ी कम हो चुकी है, अधिकतर कावड़ यात्री अब सुल्तानगंज से ही कावड़ की खरीदी कर रहे हैँ, जिस कारण अब शहर के इक्के दुक्के दुकानों मे ही कावड़ की बिक्री हो रही है.
वैसे कोरोना काल से पहले हर दुकान मे कावड़ की बिक्री होती थी लेकिन अब इक्के दुक्के दुकानों मे ही कावड़ नजर आ रहे हैँ, इसके पीछे का एक कारण कावड़ का मेहेंगा होना भी है, वहीँ अब अधिकतर कावड़ यात्री सुल्तानगंज से भी कावड़ की खरीदी करते हैँ, शहर के प्रमुख साकची बाजार मे जहाँ पहले कावड़ भरे हुए दिखाई पड़ते थे अब इक्के दुक्के दुकानों मे सिमित संख्या मे कावड़ दिख रहे हैँ, उसमे भी ग्राहकों की घोर कमी दिख रही है, दुकानदार बताते हैँ की कोरोना काल से पहले प्रत्येक दुकानदार सावन के माह मे बड़ी संख्या मे कावड़ की बिक्री किया करते थे लेकिन अब ग्राहक नहीं होने के कारण बिक्री काफ़ी कम है ओर यही कारण है की अधिकतर दुकानों मे कावड़ की बिक्री बंद हो चुकी है.