पूर्वी सिंहभूम जिसे ते गुड़ाबांदा थाना अंतर्गत दुमासाई टोला के माड़ोतोलिया गांव निवासी लादू हाईबुरु की हत्या उसी के सालों ने की थी. शनिवार को पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया. लादू की हत्या साले सिंगराई सोय उर्फ मुटु सोय और सनातन सोय ने की थी. इस घटना में दो नाबालिग भी शामिल थे. मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ एम तामिल वाणन ने बताया कि पुलिस लादू सोय अपने गाव से 16 मार्च से ही गायब था पर इस मामले मे परिजनों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी थी. इधर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव का लादू हाईबुरु लापता है. सत्यापन के लिए पुलिस उसके गांव पहुंची और उसकी मां नंदी हाईबुरु से पूछताछ की तो पता चला कि गांव के ही सिंगराई सोय और लखन सोय जो रिश्ते में लादू के साले लगते है उन्होने ही लादू के साथ मारपीट की थी तब से वह लापता है. इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरु की. प्रशिक्षु आईपीएस प्रवीण पुष्कर के नेतृ्त्व में पुलिस ने एक टीम का गठन किया. आरोपियों को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उन्होने बताया कि लादू की हत्या कर शव को जंगल के कुएं में फेंक दिया है. पुलिस ने शव को कुंए से बाहर निकलवाया. पूछताछ के क्रम में आरोपियों ने बताया कि लादू ने तीन शादी कर रखी थी. उनकी बहन लादू की पहली पत्नी थी जो गांव की ही थी. एक साल पहले विवाद के बाद उनकी बहन मायके में रहने लगी. इसी का बदला लेने के लिए घटना के दिन लादू के साथ बैठकर शराब पी. इसी बीच विवाद हो गया जिसमें लादू की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद शव को जंगल में 10 किमी दुर लेकर गए जहां पहचान छुपाने के लिए शव को जला दिया. शव जलाने के बाद उसे गमझे से एक बड़े पत्थर से बांधकर जंगल के एक कुएं में फेंक दिया था. पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जबकि नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है.