झारखंड सरकार द्वारा रामनवमी और सरहुल पर्व को लेकर बुधवार को जारी हुई गाइडलाइंस को तुष्टिकरण से प्रेरित बताते हुए खड़ंगाझार सामुदायिक विकास मैदान बजरंग अखाड़ा समिति ने विरोध व्यक्त किया है। इन गाइडलाइंस को तुगलकी फरमान बताते हुए पूर्व बीजेपी जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके सरकार की आलोचना की है। कहा कि रामनवमी पर बंदिशें राज्य सरकार की हिंदू विरोधी मानसिकता दर्शाती है। झारखंड सरकार ने जुलूस में डीजे और गीत पर प्रतिबंध के साथ ही मात्र 100 लोगों के जुटने की संख्या निर्धारित कर दी है। अंकित आनंद ने कहा कि सरकार शोभायात्रा और मैयत में फ़र्क भूल गई है। हिंदू त्यौहारों पर इतनी बंदिशें समझ से परे है। जमशेदपुर में आपदा प्रबंधन मंत्री के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में हज़ारों लोग जुट सकते हैं तो रामनवमी शोभायात्रा में बंदिशें क्यों ? भाजपा नेता ने झारखंड सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया है। वहीं कहा कि तमाम हिंदूवादी संगठनों और अखाड़ा समितियों को इस बाबत मुखेर विरोध दर्ज करानी चाहिए।