नाबार्ड के चेयरमैन डॉ जी आर चिंतला,वे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूर्वी सिंहभूम एवं सरायकेला खरसावां जिले के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान इन दोनों जिलों में नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के प्रगति का जायजा लिया. इस अवसर पर उनके साथ श्रीमती सुशीला चिंतला, सीजीएम -एमडी सह सीईओ नैबकिसान प्राइवेट लिमिटेड, डॉ जी के नायर, मुख्य-महाप्रबंधक नाबार्ड, श्री गौतम कुमार सिंह, महाप्रबंधक नाबार्ड, श्री सुमन सौरभ साहू, उप महाप्रबंधक नाबार्ड, श्री सिद्धार्थ शंकर जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड जिला पूर्वी सिंहभूम और सेराइकेला खरसावां समेत नाबार्ड तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस कार्यक्रम में नाबार्ड चेयरमैन ने सराईकेला और खरसवां प्रखंड के विभिन्न गाँवों मे नाबार्ड और टाटा स्टील फाउंडेशन के द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित वाड़ी जायजा लिया, इस क्रम मे चेयरमैन नाबार्ड ने रंगामाटिया गाँव मे 17 एकड़ मे टपक सिंचाई से सुसज्जित बागवानी क्षेत्र भ्रमण किया, ज्ञात हो सरायकेला खरसावां प्रखंड में चलाई जा रही इस योजना के अंतर्गत विभिन्न गाँवों 326 एकड़ पर फल कि बागवानी विकसित कर और जी के रूप में अंतर फसलीय गतिविधियों का सम्पोषण किया जा रहा है। डॉ जी आर चिंतला, चेयरमैन नाबार्ड और श्री चाणक्य चौधरी, वाईस प्रेसिडेंट टाटा स्टील के नेतृत्व मे दोनों सस्थाओं के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच कृषि और ग्रामीण क्षेत्र के विकास, रोजगार पूरक परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु सम्भावनाओ पर गहन चर्चा हुई हुई. नाबार्ड और टाटा स्टील फाउंडेशन के संयुक्त भागीदारी से पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला खरसावां जिले मे दो जलछाजन, 01 वाड़ी, 04 कौशल विकास योजना का क्रियान्वयन हो रहा है. । डॉ जी आर चिंतला ने पटमदा प्रखंड के माचा गाँव मे नाबार्ड वित्त पोषित 02 नई जलछाजन, 01 आदिवासी विकास कार्यक्रम, उद्यान विकास हेतु 01 जलवायु परिवर्तन परियोजना समेत 04 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके अलावा चेयरमैन नाबार्ड ने सौर चलित मसाले और दाल प्रसंस्करण इकाई तथा पटमदा एफपीओ के ऑफिस का भी उदघाटन किया. इस मौके पर बैंक ऑफ इंडिया और झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैंक के द्वारा दोनों जिलों के स्वयं सहायता समूह, केसीसी, गव्य पालन, कृषक उत्पादन संगठन के बीच रु.10.69 करोड़ के वितरण किया गया, चेयरमैन नाबार्ड जिले ने नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओ कि प्रशंसा करते हुए ग्रामीण एवं महिला सशक्तिकरण हेतु नाबार्ड कि कटिबद्धता दोहराया तथा प्राथमिकता के आधार पे हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वाशन दिया. कार्यक्रम के दौरान उल्लेखनीय कार्य के लिए श्रीमती अकली टुडु, अध्यक्ष घरोंज लाहंती, एफपीओ, चामी मुर्मू, पर्यावरण विद सह समाज सेविका, श्री अमित रंजन, शाखा प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर नाबार्ड के विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े 1000 से ज्यादा लाभुक मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान मास्क इत्यादि का प्रयोग सुनिश्चित किया गया । अपनी एक दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण मे चेयरमैन नाबार्ड ने सरायकेला खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड के 11 गाँवों के 216 हैंडीक्राफ्ट कारीगारो के लिए नाबार्ड के वित्त सम्पोषण से चलाई जा रही ऑफ फार्म प्रोडयूसर आर्गेनाइजेशन योजना का जायजा लेते हुई इसी योजना के अंतर्गत रु 25 लाख के अनुदान से सामुदायिक सुविधा केंद्र का शीलान्यास किया. उन्होंने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत नाबार्ड के वित्त पोषण के सहायता से हुनर मे निखार आने और मार्केटिंग के लिए सहयोग्यत्मक प्रावधानो के कारण इन सबर आदिम जनजाति के कामगारों कासी घास और बाँस के उच्च गुणवत्तापूर्ण उत्पाद आज अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, इनके अपने खुद के वेबसाइट www.kraftribe.com के द्वारा विक्रय हो पा रही है, रिलायंस रिटेल के साथ भी इनके उत्पादों को बेचने का करार हो गया है
बाइट: डॉ जी आर चिंतला, नाबार्ड चेयरमैन
बाइट: सिद्धारत (DDM, नाबार्ड)