बोतरबेड़ा के नयाडीह टोला के ग्रामीणों की बर्षों पुरानी मांग, मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क के बीच पुल की मांग ,अबतक नही हुई पूरी, बेबस ग्रामीण पुल निर्माण नही होने के कारण कई वर्षों से है परेशान। बारिश के दिनों में नयाडीह से मुख्य मार्ग तक आवागमन हो जाते है बंद।
2 किमी की जगह 16 किलोमीटर अतिरिक्त चलना पड़ता है मुख्य मार्ग पहुचने में.
सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र में केन्दमुंडी पंचायत अंर्तगत बोतरबेड़ा गाँव का नयाडीह टोला जंगलों से घिरा है।और गांव से मुख्य मार्ग जाने वाले सड़क के बीच एक छोटा सा नाला है।जिसे पार कर के ही गीतिलता मुख्य मार्ग से टाटानगर जाने का मुख्य मार्ग मिलता है।लेकिन आज तक इस नाले में पुल का निर्माण नही हुआ है और नाले में पानी भरा होता है।जिसे पार करके इसी रास्ते प्रतिदिन ग्रामीण अन्य गांव या मुख्य मार्ग तक पहुचते है।यहां तक कि बारिश के दिनों में पानी भर जाने पर यह मार्ग पूरी तरह बंद हो जाता है।जिससे लगभग 20 गांव के लोग प्रभावित होते है।वहीं नाला के पार एक विद्यालय भी है जहां बच्चे पड़ने जाते है।और प्रतिदिन इस नाले को पार करते है।जिससे कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है। आस पास गांव के कई ग्रामीण रोजगार के लिए प्रतिदिन इसी रास्ते से मजदूरी करने टाटानगर जाते है।नाला पार कर के मुख्य टाटा-चाईबासा मुख्यमार्ग पहुचने में मात्र दो किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।जिसमे अब तक पुल नही बना,और पानी पर चल कर निकलना पड़ता है।वहीं बारिश के दिनों में नाले में पानी भर जाने के कारण यह सड़क बंद हो जाती है।जिससे लोगो को दूसरे रास्ते लगभग 16 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर मुख्यमार्ग पहुँचना पड़ता है।जो स्थानीय लोगों की बड़ी समस्या का कारण बन जाता है।
पुल निर्माण के लिए कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया।परंतु अब तक इस पर कोई पहल नही की गई।जिससे ग्रामीण चिंतित है।वहीं दो दिन पहले गांव में सांसद प्रतिनिधियों का आगमन हुआ तब ग्रामीणों ने इस समस्या को सांसद प्रतिनिधि मोतीलाल गौड़ और विशु हेम्ब्रम के समक्ष रखा तब उन्होंने भी सिंगभूम सांसद श्रीमती गीता कोड़ा को इस संबंध में अवगत कराने का आश्वासन दिया।
*सरायकेला / राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोट*