जमशेदपुर मैं बागबेड़ा जलापूर्ति योजना को लेकर एक बार फिर से बागबेड़ा के लोगों ने आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है गुरुवार को बागबेड़ा महानगर विकास समिति और संपूर्ण घाघीडीह विकास समिति के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीण और बस्तीवासी पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय पहुंचे जहां इन्होंने जिले के उपायुक्त को बागबेड़ा जलापूर्ति योजना को अविलंब पूरा करने और क्षेत्र के लोगों को पेयजल को लेकर हो रही समस्याओं से निजात दिलाने की मांग की साथ ही चेतावनी दिया कि अगर योजना के काम में ढिलाई बरती गई तो पुनः आंदोलन शुरू किया जाएगा समिति के अध्यक्ष भाजपा नेता सुबोध जाने योजना में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए दोषी पदाधिकारियों को चिन्हित कर दंडित करने की मांग उठाई उन्होंने बताया कि साजिश के तहत परियोजना को डाला जा रहा है जिससे लोगों को गौर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण जलापूर्ति योजना के बंद पड़े काम को अविलंब चालू किया जाए एवं घटिया निर्माण की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने, टाटा स्टील पर मौलिक सुविधा के अंतर्गत पेयजल उपलब्ध कराने अथवा जुगसलाई नगर परिषद के अंतर्गत बागबेड़ा, घाघीडीह, कीताडीह, गोविंदपुर को शामिल करने की मांग की. उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो समिति द्वारा झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया. बता दें कि बागबेड़ा जलापूर्ति योजना को लेकर सुबोध झा की अगुवाई में 2005 से क्रमबद्ध एवं संपूर्ण घाघीडीह विकास समिति के संयुक्त तत्वधान में अध्यक्ष छोट राय मुर्मू, कृष्णा चंद पात्रो, रितु सिंह, प्रभा हांसदा के नेतृत्व में 399 बार धरना प्रदर्शन, उपायुक्त कार्यालय का घेराव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का घेराव प्रदर्शन, भूख हड़ताल 6 बार विधानसभा का घेराव दो बार राजभवन का घेराव एवं एक बार जमशेदपुर से रांची तक पदयात्रा कर सैकड़ों लोगों के साथ विधानसभा का घेराव समिति के द्वारा किया गया है.