जमशेदपुर शहरी इलाके से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी बंगाल राज्य के सीमा से सटे पटमदा प्रखंड के जेरसा गावँ में आज भी विकास नही हो रहा है, जहां छात्रों को शिक्षित करने का बीड़ा सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर उठाया है , के.एम.आदिवासी युवा कल्याण समिति ने यहां पहुँचकर सबर जाती के बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री का वित्तरण किया जिसे पाकर यहां के बच्चे काफी खुश दिखे ।
गौरतलब हो कि इस गावँ में सबर जाती के लोग निवास करते है और इन तक विकास की सम्पूर्ण किरण नही पहुँचती है, इसको ध्यान में रखकर संस्थान ने इन्हें आगे लाने का बीड़ा उठाया है , रविवार को संस्था के लोगों ने यहां पहुँचकर छोटे छोटे बच्चों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाया वहीं यहां रह रहे सबर जाती के लोगों के बीच कंबल का वित्तरण भी किया । तमाम ग्रामीणों ने संस्था के इस प्रयास की सराहना की संस्था के सचिव जगदीश महतो बताते हैं कि संस्था ने ये संकल्प लिया है कि पूर्वी सिंगभूम एवं सरायकेला खरसावां जिले में निवास करने वाले सबर जाती के लोगों के उत्थान के लिए वे कार्य करेंगे और इस जाति के छात्रों को शिक्षित करेंगे , इनके द्वारा पहले छात्रों के बीच पाठ्य सामग्री दी जाएगी , जिसके बाद इन्हें शिक्षित करने हेतु ट्यूसन मास्टर दिया जाएगा जो बच्चों को शिक्षा देंगे और उन्हें आगे लेकर आएंगे , वहीं इस जाति के लोगों को स्वस्थ रखने हेतु समय समय पर डॉक्टरों की टीम भी इनके बीच पहुँचेंगे और इन्हें स्वास्थ सुविधा भी उपलब्ध करवाएंगे । इन्होंने कहा कि एक सामाजिक संस्था होन के नाते वे अपना कर्तव्य कर रहें हैं, लेकिन इस कार्य को और गति प्रदान करने हेतु सरकारी महकमे को भी आगे आना होगा तभी जाकर हम इन सबर जातियों को पूर्णतः संरक्षित कर पाएंगे।