राँची: सोमवार को झारखंड में 14 राइस मिलों का ऑनलाइन शिलान्यास सीएम हेमन्त सोरेन ने मंत्रालय से किया।
मौके पर खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय चौबे, प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, और उधोग विभाग के सचिव पूजा सिंघल मौजूद थी। कार्यक्रम के दौरान खाद आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि इस कड़ी में 6 और मिलों के शिलान्यास बाकी है।राज्य में गेहूं मिलों का शिलान्यास जल्द होगा। जन वितरण प्रणाली दुकानों में गेहूं की जगह आटा का आवंटन करने का प्रावधान शुरू किया जाएगा।
इधर सीएम ने कहा पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सरकार ने किसानों के भावनाओं के अनुरूप उनको समृद्ध बनाने की पहल कर रही है उसको लेकर सरकार या ज्यादा के माध्यम से राज्य में राइस मिल लगाने का निर्णय लिया है इसके तहत अभी 14 जिलों में लगाया जाएगा जो अन्य 10 मिलों को कवर करेगा। राज्य में करीब 50 से 60 लाख मीट्रिक टन धान की उपज होती है और वर्तमान स्थिति में 15 लाख टन मीट्रिक टन प्रति वर्ष में मिलिंग हो पाता है। विगत चार-पांच सालों से धान की खरीद सरकार करती है और सरकार ने एमएसपी भी धान खरीद पर लगा रखी है। किसान की फसल सही दाम नहीं मिलना सरकार के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने की वजह से अधिक से अधिक मात्रा में धान की खरीद करना भी कई बार चुनौतीपूर्ण होता है। धान की खरीद, स्टोरेज मिलिंग प्रोसेस यह पूर्ण नहीं है और 100 राइस मिल लगाने की आवश्यकता है तभी हम अपने टारगेट को प्राप्त कर सकते हैं।