रिपोर्ट – शिव शंकर साह, mob no – 9113773766
Jamshedpur पोटका: पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड अंतर्गत पोटका एवं डूमुरिया बॉर्डर पर स्थित जंगलों से घिरा हरिणा पंचायत एक समय अग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। मगर आज पंचायत की मुखिया सरस्वती मुर्मू पंचायत के लिए एक मिसाल प्रस्तुत कर रही है, मुखिया सरस्वती मुर्मू स्वयं की देखरेख में 3 एकड़ जमीन पर मकई, सरसों, टमाटर, फूल गोभी, बंधा गोभी, साग, मूली, मटर आदि की खेती कर एक दर्जन से ज्यादा लोगों को दे रही है रोजगार, मुखिया कहती है कि खेत में उत्पादित सब्जी के फसल को इन मजदूरों के माध्यम से स्थानीय बाजारों में बिक्री के लिए भेजा जाता है। जिसमें इन मजदूरों को प्रतिदिन का एक रोजगार मिल जा रहा है साथ ही साथ हम सबों को यह संकल्प लेना चाहिए कि रासायनिक विधि का त्याग कर हम सबों को घर के जानवर के गोबर, पेड़ पौधों की पत्तियों से कंपोस्ट तैयार कर फसल उत्पादन करना चाहिए जिससे शरीर स्वस्थ हो सके, रासायनिक खाद द्वारा उत्पादित फल सब्जी आदि से लोग कम समय में ही विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। इन बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए मुखिया सरस्वती मुर्मू ने पंचायत के किसानों को अपने खेत में लाकर प्रोत्साहित करती है कि आप सभी जैविक खेती करें इससे अच्छा खासा रोजगार प्राप्त हो सकता है और आप 3 महीने में ही एक लाख से ज्यादा कमा सकते हैं। वह भी अपने उत्पादन को स्थानीय बाजार में बेचकर मुखिया कहती हैं कि क्षेत्र एक समय उग्रवाद प्रभावित रहा मगर मुखिया बनने के बाद हमारा एक प्रयास रहा कि क्षेत्र में लोगों को कृषि कार्य से जोड़कर जाए ताकि यह घर पर ही रह कर रोजगार कर सके और स्वावलंबी बन सके।