
जिससे हजारों परिवार पीने और उपयोग के पानी के लिए गंभीर संकट से जूझ रहे हैं. हालात बिगड़ने के बाद टैंकर से पानी वितरण शुरू किया गया, पर अब यही व्यवस्था महिलाओं के लिए नई परेशानी बन गई है. स्थानीय महिलाओं ने नगर परिषद पर लापरवाही और असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए कहा कि सप्लाई ठप होने से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रूबी प्रवीण ने बताया कि घर में शादी का माहौल है, मेहमान आए हैं, लेकिन पानी नहीं होने से खाना बनाना और सामान्य काम भी ठप हो गया है. सइबा खातून ने कहा कि बच्चे पानी की कमी के कारण स्कूल नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि कपड़े तक धोने की सुविधा नहीं है. महिलाओं ने कहा कि आसपास जिनके घरों में बोरिंग है, वहीं से पीने का पानी लाकर किसी तरह दिन काट रहे हैं. उधर टैंकर से पानी वितरण के दौरान भी नई समस्या खड़ी हो गई है. महिलाओं ने आरोप लगाया कि भीड़ के बीच पानी लेने के समय उनके फोटो और वीडियो बनाए जाते हैं, जिसका उन्होंने तीखा विरोध किया है. एक महिला ने कहा, “हम लोग बार-बार कहते हैं कि टैंकर को मुख्य सड़क से हटाकर अंदर वाली क्रॉस रोड में लगाया जाए ताकि भीड़ कम हो और हमारी निजता सुरक्षित रहे, लेकिन हमारी बात सुनी ही नहीं जाती.” महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि टैंकर कर्मी बदसलूकी करते हैं और कहते हैं — “यहीं से पानी लेना है तो लो, नहीं तो जाओ.” अंजुम खातून ने सवाल उठाया, “हम हर महीने पानी बिल देते हैं, फिर भी पानी नहीं मिलता. आखिर हमारी गलती क्या है.” क्षेत्र की महिलाओं ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जल्द सप्लाई बहाल नहीं की गई और टैंकर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से कपाली नगर परिषद कार्यालय का घेराव करेंगी. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन तुरंत सप्लाई बहाल करे, टैंकर को भीड़भाड़ वाली सड़क से हटाकर सुरक्षित जगह पर लगाया जाए और महिलाओं की निजता का सम्मान सुनिश्चित किया जाए. क्षेत्रवासियों का कहना है कि स्थिति जल्द सामान्य नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं.
