साथ ही कहा की झारखण्ड सरकार राज्य मे स्वसाशन वयवस्था नहीं चाहती और ना ही आदिवासी समाज का उत्थान चाहती हैँ, एक वार्ता के दौरान उन्होंने मीडिया के समक्ष ये बातें कही, उन्होंने कहा की भाजपा और पूरा विपक्ष लगातार पेशा क़ानून को लागू करने को लेकर मांग उठा रही हैँ, झारखण्ड की वर्तमान महागठबंधन की सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान वर्ष 2023 मे ही पेशा क़ानून को लेकर कई तरह के बैठक, सुझाव आदि एकत्र कर लिए थे, लेकिन उन सभी को विगत दो वर्षो से ठन्डे बस्ते मे डाल दिया गया, और आज फिर पेशा क़ानून को लेकर सुझाव आदि का झूठा नाटक कर रही हैँ, उन्होंने कहा की स्वसाशन वयवस्था लागु नहीं होने से 15 वें वित्त आयोग की एक बड़ी राशि जो ग्रामीणों के विकास हेतु खर्च होना चाहिए वो वापस जाने के कगार पर हैँ, उन्होने कहा की भाजपा और पूरा विपक्ष इसको लेकर झारखण्ड राज्य मे बड़ा आंदोलन करेगी.
