इस अवसर पर झारखंडी नेताओं का कहना था कि हम लोग जातीय जनगणना का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन उससे पहले सरना धर्म कोड लागू किया जाए। उसके बाद ही जातीय जनगणना किया जाए। इन
नेताओं का कहना था कि हम लोग झारखंड में आंदोलन कर ही रहे हैं ,इसके अलावा उड़ीसा में भी सरना धर्म कोड के लिए आंदोलन कर रहे हैं। साथ ही साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा का संगठन जिस राज्य या जिला में है, वहां पर इस तरह का हम लोग आंदोलन कर रहे हैं। हम लोगों की मांग है कि सबसे पहले हमारा सरना धर्म को शामिल किया जाए, उसके बाद ही जातीय जनगणना की जाए।

