कुंदन कुमार के परिवार द्वारा मेरे बेटा सागर गुरूम पर मारपीट का झूठा आरोप लगाकर जेल भेजने के बाद सागर गुरुम के परिवार वाले मिले एस पी से

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जमशेदपुर : बेबी गुरुम मंगल गुरुम की पत्नी जो नियर सिविल कोर्ट, हह्यूम पाइप छाया नगर, साकची थाना – सीतारामडेरा, जमशेदपुर की निवासी है उन्होंने बताया की एस पी से मिलकर उन्होंने घटना की लिखित जानकारी दी बताया की । 15 तारीख को तकरीबन संध्या 5:00 बजे मुझे जानकारी हुई कि मंदिर के पास मारपीट हो गई है, मैं तुरंत वहां पर पहुंची मेरा बेटा सागर गुरूम कुंदन कुमार राम के साथ घटनास्थल पर मौजूद था, मेरा बेटा उसे पकड़ कर अस्पताल ले जाने का प्रयास कर रहा था कि अचानक कुंदन कुमार राम के सभी परिवार वाले वहां पर आ गए और सब मिलकर उसे अस्पताल ले गए। उसके दूसरे दिन दिनांक 16-03-2025 को मुझे थाना में बुलाया गया, और कहा गया की कुंदन कुमार राम के परिवार वालों ने आपका बेटा सागर गुरूम गुरु का भी नाम दिया है, उसको जेल जाना पड़ेगा आप उसको मेरे पास ले लिए अन्यथा अच्छा नहीं होगा। मैं अपने बेटे को बुलाकर थाना में समर्पित कर दी और सभी अधिकारियों को कहा कि मेरा बेटा निदर्दोष है. वह मारपीट नहीं किया है। लेकिन थाने में मेरी किसी प्रकार की कोई भी बात को नहीं सुना गया और डांट कर भगा दिया गया। शाम को पता चला कि मेरे बेटे को भी जेल भेज दिया गया है। फिर मैं घटनास्थल पर जाकर वहां के सभी लोगों से मिली, जिन लोगों ने अपनी आंखों से मारपीट देखा था सभी से पूछने के बाद उन्होंने कहा कि आपका बेटा मारपीट में सम्मिलित नहीं था सब मिलकर एक साथ दारू पी रहा था। वहां के लोगों ने कहा की कुंदन कुमार सभी लड़का को यहां पर अड्डा करवाता है और शाम को दारू, गांजा, ब्राउन का सेवन करवाता है, और यह कई दिनों से चल रहा है मना करने पर हम लोगों को भद्दी भद्दी गालियां देता है, थाने में मैंने सारी बात बताने का प्रयास
किया लेकिन किसी ने मेरी बात को नहीं सुना महाशय आप कृपया घटनास्थल का जांच कर लोगों से पूछताछ कर सकते हैं। सीतारामडेरा थाना के अधिकारियों ने निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं किया है। घटनास्थल पर मारपीट होते हुए जिन लोगों ने देखा है में उनका नाम आधार नंबर मोबाइल नंबर आपको दे रही हूं कृपया उचित जांच करवाने की प्रशाशन से गुहार लगाई । कुंदन कुमार राम के अनेक केस सीतारामडेरा थाना में है। प्रशाशन जाँच कराकर देख सकते है। उसका परिवार शुरू से ही बस्ती में लड़ाई-झगड़ा में रहता है और इस बात से पूरा सीतारामडेरा थाना परिचित है, पूरा बस्तीवासी इसके परिवार से परेशान है, एक भाई दूसरे भाई का खून करने तक उतारू हो जाता है। अधिकारी ने बस्ती किसी प्रकार का जांच- बयान नहीं लिया सीधे चालान कर दिया। पूरा बस्ती जनता है कि मेरे पति सम्मिलित नहीं थे लेकिन पुलिस ने किसी का बयान नहीं लिया। उनलोगो ने मेरे परिवार के सभी पुरुषो पर नामजद केस कर फसाया गया है।

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