*_दिनांक 10 अक्टूबर से 10 नवंबर तक टीम पीएसएफ के सभी गतिविधियां लौह पुरुष रतन टाटा जी के नाम समर्पित है._*

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*_टीम पीएसएफ का पुरा हुआ 1095 बां एसडीपी रक्तदान. मोहम्मद दानिश ने अपने बेटी दो वर्षीय ताईबा दानिश के जन्मदिन पर किया एसडीपी रक्तदान. पेश हुआ गंगा जमुना तहजीब की मिसाल._*_टीम पीएसएफ निरंतर सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एसडीपी रक्तदान के क्षेत्र में एक बड़ा अभियान चला रहा है, अब टीम पीएसएफ सिर्फ जमशेदपुर ही नहीं, इसका दायरा को बढ़ाते हुए पश्चिम बंगाल के राजधानी कोलकाता में भी एसडीपी रक्तदान का अभियान चला रहा है. दिनांक 3 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक 20 एसडीपी रक्तवीर योद्धाओं ने निभाया मानव धर्म. इसी के तहत आज 16 अक्टूबर को टीम पीएसएफ एवं जमशेदपुर ब्लड सेंटर के आह्वान पर, नियमित एसडीपी रक्तवीर योद्धा मोहम्मद दानिश ने अपना एसडीपी रक्तदान कर जहां अपना स्वैच्छिक रक्तदान को पुरा किया. उद्देश्य रहा गंगा जमुना तहजीब की मिसाल पेश करते हुए अपने बेटी ताईबा दानिश के जन्मदिन पर उन्होंने अस्पताल में इलाजरत किसी जरूरतमंद के नसों में रक्त प्रवाह कर जीवनदाई बन, अपने इस मानव कल्याणकारी कार्य को देश के आन बान और शान, लौह पुरुष, उदार व्यक्तित्व के स्वामी हरदिल अजीज रतन टाटा जी के नाम समर्पित कर दिया. अरुप कुमार पांजा एवं कमल कुमार घोष ने भी अपना एसडीपी रक्तदान रतन टाटा जी के नाम समर्पित कर दिया. और तीनों एसडीपी रक्तदान के जरिए टीम पीएसएफ ने एसडीपी रक्तदान के क्षेत्र में 1095 बां एसडीपी रक्तदान को भी पूर्ण कर लिया. आज रक्तदान के पश्चात रक्तवीर योद्धा मोहम्मद दानिश को टीम पीएसएफ एवं जमशेदपुर ब्लड सेंटर की और से प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. इस पावन बेला पर उपस्थित रहे जमशेदपुर ब्लड सेंटर के जीएम संजय चौधरी, अनुभवी एवं वरीय चिकित्सक डॉक्टर लव बहादुर सिंह, अनुभवी तकनीशियन अभिषेक धर, मोहन मंडल, टीम पीएसएफ के निर्देशक अरिजीत सरकार एवं आशीष अग्रवाल._

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