
जहां विजय साब की अज्ञात अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इस हत्या के बाद परसुडीह थाने में 5 अक्टूबर को कांड संख्या 136/24 के तहत धारा 103(1) बी०एन०एस० और आयुध अधिनियम 27 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया। इस टास्क फोर्स का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था, मोहम्मद तौकीर आलम ने किया।तकनीकी सहायता और गुप्त सूचनाओं के आधार पर, पुलिस ने इस कांड में संलिप्त आरोपियों की पहचान की। इनमें मुख्य रूप से विपीन कुमार साव उर्फ बोदरा और आकाश कुमार प्रसाद को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया और आकाश कुमार प्रसाद की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किया गया पिस्टल भी बरामद किया गया। साथ ही, विपीन कुमार साव द्वारा कांड के समय इस्तेमाल की गई स्कूटी भी जप्त की गई।इसके बाद पुलिस ने इस षड्यंत्र के मास्टरमाइंड संतोष कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह को भी गिरफ्तार किया, जो इससे पहले भी परसुडीह थाने में मारपीट के एक मामले में आरोपी रह चुका है। पुलिस ने इन आरोपियों से ब्लू-काला रंग की एक्सेस कंपनी की स्कूटी, लोहे का देशी पिस्टल, वन प्लस और रियलमी के मोबाइल फोन और मारुति सुजुकी की इग्निस मॉडल कार बरामद की है।इस मामले की जांच और सफलता के लिए गठित टीम में कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। इनमें पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था मोहम्मद तौकीर आलम, परसुडीह थाना प्रभारी मोहम्मद फैज अहमद, रितेश कुमार, अरुण कुमार और अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे। इस टीम ने त्वरित कार्रवाई कर इस जघन्य हत्याकांड को सुलझाया।