आशीर्वाद, आरती, शंख, डमरू, घरीघंट की ध्वनि, आतिशबाजी से श्रद्धालु हुए मंत्रमुग्ध, आस्था का दिखा अद्भुत नजारा, सपरिवार शामिल हुए ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास।जमशेदपुर। सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिति की ओर से श्रावण माह के उपलक्ष्य पर मंगलवार संध्याकाल में बनारस के प्रख्यात गंगा घाट की तर्ज पर आयोजित महाआरती में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। आसमान से बरसते बादलों के बीच विश्व प्रसिद्ध बनारस के गंगा आरती की तर्ज पर आयोजित महाआरती में श्रद्धालुओं की विशाल भीड़ मौजूद रही। झमाझम बारिश के बावजूद सभी भक्त आरती में तल्लीन दिखे। मंगलवार शाम से हो रहे बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था डिगी नहीं और सभी पूरे भक्तिभाव और उत्साह के साथ आरती में मग्न रहे। इस भव्य महाआरती को देखने के लिए सिदगोड़ा समेत आसपास के क्षेत्र के हजारों लोग सम्मिलित हुए और मां गंगा की आरती में शामिल होकर उनका आशीर्वाद लिया। सूर्य मंदिर के छठ घाट के अविरल छल-छल करते जल के बीच आयोजित महाआरती का भव्य और दिव्य दृश्य बहुत मनोरम लग रहा था। महाआरती में सूर्य मंदिर के संस्थापक, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास सपत्नीक रुक्मिणी देवी, बहू पूर्णिमा ललित दास मुख्य रूप से शामिल हुए। इस दौरान संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी व अन्य मौजूद रहे। बनारस से आये पंडितों एवं जमशेदपुर के 15 सदस्यीय पंडितों के समूह ने भक्ति से ओतप्रोत एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महाआरती की। बनारस से आये पंडितों ने बनारस के गंगा घाट के जैसे आरती प्रारंभ की तो लोग बस देखते ही रह गए। इस दौरान भक्ति और आस्था का विहंगम नजारा देखने को मिला। घंट- घड़ियाल व शंख ध्वनि के बीच महाआरती के स्वर से पूरा वातावरण झंकृत हो गया। बनारस में गंगा आरती की तर्ज पर आयोजित महाआरती के दृश्य देख सभी आस्था उफान पर थी। एक घंटे तक चली महाआरती के दौरान भोलेनाथ के जयकारे से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस दौरान पूरे विधि-विधान के साथ छठ घाट के बीच में मौजूद महाशिवालाय की भव्य एवं दिव्य महाआरती की गयी। शंख, डमरू, घरीघंट की ध्वनि के बीच आतिशबाजी कर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए। श्रद्धालुओं ने कहा कि आज हमें माँ गंगा और भगवान भोलेनाथ के साथ इंद्रदेव का भी आशीर्वाद प्राप्त हुआ।इस अवसर पर सूर्य मंदिर समिति के संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने कहा कि देश की आध्यात्मिक राजधानी बनारस से शुरू हुई गंगा महाआरती अब पूरे देशभर में आयोजित की जा रही है। सूर्यधाम के छठ घाट पर आयोजित महाआरती में शामिल होकर असीम आत्मिक शांति की अनुभूति हुई। उन्होंने कहा कि बनारस के गंगा घाट पर आरती में भाग लेने का सौभाग्य उन्हें मिला है। लेकिन सूर्य मंदिर समिति ने लौहनगरी जमशेदपुर के लोगों के लिए बनारस की तर्ज पर गंगा आरती का आयोजन सराहनीय है। उन्होंने बनारस से लौहनगरी जमशेदपुर पधारे पांच सदस्यीय आचार्यों के समूह को बधाई दी। वहीं, गंगा आरती आयोजन के प्रभारी एवं मंदिर समिति के महासचिव अखिलेश चौधरी ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति के तत्वावधान में सावन माह के तृतीय सोमवार को होने वाले गंगा आरती मंगलवार को आयोजित की गई। शाम से हो रही बारिश के बीच काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाआरती में भाग लिया। आरती के दौरान बारिश से ऐसा प्रतीत हुआ कि भगवान इंद्रदेव भी हम सभी को आशीर्वाद देने आए हैं। वहीं, उन्होंने आरती में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया।